शनिवार सुबह कर्फ्यू वाली माता मंदिर के बाहर दो बच्चियां किडनैप हो गई थीं। इसके बाद से ही पुलिस की 5 टीमें सर्चिंग कर रही थी। वहीं संदिग्ध महिलाओं पर 30 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस ने बच्चियों की तलाश में रेलवे स्टेशन और नागदा बस स्टैंट समेत उस रोड के करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले थे। इसके बाद पुलिस ने रात को इंग्लिश विला स्थित मकान में दबिश दी। यहां से पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इंग्लिश विला सोसाइटी में किराए से रहते थे आरोपी
इस मकान को निशांत नामक युवक ने छह महीने पहले ही 7,500 रुपए प्रतिमाह किराए पर रूपेश सोनी नामक व्यक्ति से लिया था। निशांत मूलत: केरल का रहने वाला है और यहां प्रायवेट काम करता है। उसके साथ पत्नी हरियाणा निवासी अर्चना, बहन मुस्कान, साला, नाबालिग लड़की और एक ढाई महीने का बच्चा रहता है। हैरानी की बात ये है कि अपहरण करने वाली महिला ने पहचान छिपाने के लिए बच्चियों का मुंडन कर दिया था। बताया जा रहा है कि ये गिरोह हरियाणा का है। जो जल्द से जल्द बच्चियों को बेचने के फिराक में था।
कारण जानने में जुटी पुलिस
सोमवंशी ने बताया कि पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि आखिर उन्होंने बच्चियों को अगवा क्यों किया था। पुलिस ने हरियाणा के नंबर की एक स्कूटर और एक लग्जरी कार भी बरामद की है। स्कूटर का उपयोग वारदात में किया गया था। पुलिस मकान मालिक से भी पूछताछ करेगी।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने आठ दिन पहले ही कोलार के इंग्लिश विला में मकान किराए पर लिया था। बच्चों की निगरानी के लिए आरोपियों ने विदेशी कुत्ते पाल रखे थे। आरोपियों के पास से स्कूटी और पुरानी कार भी मिली है। बहरहाल, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।