केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कांग्रेस (Congress) पर एक बड़ा आरोप लगाया है। गृह मंत्री अमित शाह ने खुलासा करते हुए कहा कि यूपीए सरकार (UPA government) के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उनसे पूछताछ की थी और इस दौरान गुजरात में एक कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को फंसाने के लिए उन पर ‘दबाव’ डाल रही थी।
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मीडिया चैनल न्यूज18 के ‘राइजिंग इंडिया समिट’ में बुधवार को बोलते हुए अमित शाह ने सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त वह गुजरात के गृह मंत्री थे, उस जांच के दौरान सीबीआई ने ‘मोदी’ का नाम लेने का दबाव डाला था। अमित शाह ने कहा कि सीबीआई प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे और मैं गुजरात का गृह मंत्री था। मैं इसका शिकार हो चुका हूं. कांग्रेस ने हमारे खिलाफ भ्रष्टाचार का केस नहीं किया। जब मैं गुजरात का गृहमंत्री था, तब एक एनकाउंटर हुआ। CBI ने केस फाइल किया और मुझे गिरफ्तार कर लिया था। गृहमंत्री ने कहा- 90% पूछताछ के दौरान वो यही कहते रहे कि क्यों परेशान हो रहे हो। मोदी का नाम ले लो और हम तुम्हें छोड़ देंगे। शाह ने ये भी कहा कि लेकिन मैं उन्हें क्यों फंसाऊं। मेरी वजह से कुछ बेगुनाह पुलिस अफसरों को जेल में डाला गया। इसके बावजूद भाजपा ने कभी हंगामा नहीं मचाया। आज वही कांग्रेस एजेंसियों का रोना रो रही है। अगर आप बेगुनाह हैं तो कानून पर भरोसा रखिए।
इसी के साथ अमित शाह ने राहुल गाँधी (Rahul gandhi) पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल हो-हल्ला करने की कोशिश कर रहे हैं और अपनी किस्मत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोष दे रहे हैं। शाह ने कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोष मढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ लड़ने के लिए ऊपरी अदालत में जाना चाहिए। मानहानि केस में राहुल गांधी को सजा और उसके बाद उनकी सदस्यता जाने पर शाह ने कहा- राहुल गांधी अकेले राजनेता नहीं हैं, जिसे किसी कोर्ट ने दोषी ठहराया हो और उसकी संसद सदस्यता चली गई हो। ऊंची अदालत में अपील करने के बजाय राहुल हंगामा मचा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी को इसके लिए दोषी ठहरा रहे हैं।
इसी के साथ अमित शाह ने ये भी कहा कि 2013 में सुप्रीम कोर्ट (supreme court ) ने फैसला दिया था कि सजा घोषित होने पर जनप्रतिनिधियों की सांसदी-विधायकी रद्द कर दी जाएगी। तब लालू यादव, जयललिता और राशिद अल्वी जैसे 17 बड़े नेताओं की सदन की सदस्यता UPA शासन में चली गई थी। तब किसी ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन नहीं किया था, क्योंकि देश में कानून का राज चलता है।
इसी के साथ चुनाव को लेकर अमित शाह ने कहा कि 2024 में मोदी जी दोबारा और ज्यादा बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनेंगे. 2019 के मुकाबले 2024 में भाजपा को ज्यादा सीटें मिलेंगी। विपक्ष में एकता ही नहीं है। कर्नाटक (karnataka election) में भाजपा आसानी से बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लेगी और सरकार बनाएगी। हम वहां रिकॉर्ड जीत हासिल करेंगे।
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