भोपाल । मानसरोवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के भव्य दीक्षारंभ कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे जी ने आयुर्वेद के क्षेत्र में मानसरोवर ग्रुप के महाविद्यालयों को संस्कारी महाविद्यालय बताते हुए कहा कि यहां प्रेम, स्नेह और संस्कार के साथ आपको आगे बढ़ने का रास्ता भी मिलेगा। नव प्रवेश विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यदि आप सेवा भाव से आयुर्वेद को अपनाएंगे तो आपके लिए इस क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं।
दीक्षारंभ के दूसरे दिन उद्घाटन सत्र में विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करते हुए मानसरोवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चीफ एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गौरव तिवारी ने कहा कि हमारे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मध्य प्रदेश के आयुष मंत्री पहली बार किसी निजी विश्वविद्यालय में पधारे हैं, और वह मानसरोवर विश्वविद्यालय है। उन्होंने यह भी कहा कि आयुर्वेद का मंच कितना बड़ा है यह आपको दीक्षारंभ कार्यक्रम के माध्यम से देखने को मिल रहा होगा। और यहां लगातार 10 दिनों तक विषय विशेषज्ञ इस बात से आपको रूबरू कराएंगे। इसी क्रम में मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी की चांसलर श्रीमती मंजुला तिवारी ने नवप्रवेशित 300 विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की।
द्वितीय दिवस के प्रमुख वक्ता गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय के एमडी डॉ. हिमांशु एस तिवारी ने ड्रग्स मैन्युफैक्चरिंग, रिसर्च और डेवलपमेंट विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि आज भी दवा निर्माण के क्षेत्र में जड़ी बूटियों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी क्रम में वक्ता लूपिन फार्मेसी के एक्स वाइस प्रेसिडेंट के.सी शर्मा ने आयुर्वेद के क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, दवाई बनाने के लिए रा मटेरियल के बारे में विस्तार से बताया।
द्वितीय सत्र के अंतिम सप्ताह मुस्कान ग्रुप के अंगदान देहदान प्रभारी संदीपन आर्य ने अंगदान को पुनर्जीवन का आधार बताते हुए कहा कि अंगदान और देहदान समाज में परोपकार का भाव विकसित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने अंतर्मन के व्यवहार को व्यवहारिक जीवन में लाना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डीन फैकेल्टी ऑफ़ आयुर्वेदा मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी डॉ. बाबुल ताम्रकर, श्री साईं इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक रिसर्च के प्राचार्य डॉ. भारत चौरागड़े, मानसरोवर आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के प्राचार्य डॉ. अनुराग सिंह राजपूत सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।